ای حــرمت کعبـــۀ جــان همـه |
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عمّــۀ سـادات بنــی فــاطمه |
فـــاطمۀ فـاطمـه بنــت الامــام |
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حضــرت معصومـه علیهاسلام |
دختـر موسـایی و طـور تـو قــم |
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وادی سینـاست بـه طور تو گم |
دختــری و بـر همــه عــالم اُمی |
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قائمــۀ عــرش خــدا در قمی |
پیــــرهنت از جلـــوات خـــدا |
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بــر تـن و جانت صلـوات خدا |
آیــۀ تطهیـــــرِ مکـــرّر تــویی |
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عصمت حق کـوثرِ کــوثر تویی |
اخـــت رضــا نایبـــة الــزینبی |
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عمّــۀ ســاداتی و زیــنِ ابــی |
تـــربت زهــرا حــرم پــاک تـو |
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پیکـر پــاک علمــا خـــاک تو |
از کــرم و لطـف تو شد این حریم |
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قبـر بــروجردی و عبـدالکــریم |
کعبـۀ جـانی و دهـد صبح و شام |
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مسجـد اعظـم بـه مزارت سلام |
فیـض بـوَد خـاک کـف پـای تـو |
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فیضیــه یک قطـره ز دریای تو |
مــاه بـه گـردون شده دلبستهات |
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مهـــر، چــراغ سـرِ گلدستهات |
خیــل رسُـــل مـدحسرای تـواند |
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زائــر ایـــوان طـلای تــــواند |
فـــرش گـدایـان درت بـال حـور |
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آینـــههـای حــرمت چشم نور |
حور و ملک روز و شب از چـارسـو |
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در حـرم قـدس تــــو آرنـد رو |
پیــش رویــت چون بنشیند رضا |
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فــاطمه در فــاطمه بینـد رضـا |
گـرچه بر آن حجت حق خـواهری |
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آینــــۀ عمّـــــهای و مــادری |
چهره هر آنکس به ضریحت بهشت |
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دیــد ز هــر پنجـره باغ بهشت |
«موسی خزرج» که به جانش درود |
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بــر تـو درِ خانـۀ خـود را گشود |
تــا بـه ورود تـــو قدمگــاه شـد |
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خـانـــۀ موســـی حـرمالله شد |
بــا قـدم قــدس تــو یــا فاطمه |
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ستّیـه شــد کعبـه جـــان همه |
بعــد ورود تـو در آن بیـت پـاک |
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نــاز بـه گلــزار جنـان کرد خاک |
مـــاه اگـر بگــذرد از این مسیـر |
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سجده کند به خاک «میدان میر» |
حیـف کـه در فصـل بهـار شبـاب |
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قلـب رضـا گشت ز داغـت کباب |
خصـم شنیــدم کـه تو را زهر داد |
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داغ تـــو را بــر دل عـالم نهــاد |
محنــت ایـــام جـزای تــو شـد |
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اشــک رضـا وقـف عـزای تو شد |
فــاطمـه را فــروغ هـر دو دیـده |
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ایتهــــا الصدیقــة الشهیـــده |
گرچه ز غم سوختی ای جـان پاک |
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روز سپـردنـد تنـت را بـه خـاک |
اهــل قــم از آتش غـم سـوختند |
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چشــم به تـابوت تو میدوختند |
چـوبــۀ تــابوت بـه دوش ملـک |
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شیـون زنهـا همگـــی بــر فلک |
جسم تو شد ای همه خلقت فـدا! |
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دفـن به دسـتِ دو ولـــیِّ خـدا |
گنبـــد زریـن تـــو یـــا فـاطمه |
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گشته به قـم چشم و چـراغ همه |
قبر تـو پیدا همه در چشم مـاست |
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خیــز و بگـو تربت زهرا کجاست |
تــو بضعــۀ بضعـــۀ پیغمبــری |
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چــو مـادرت شفیعـۀ محشـری |